आज का हिन्दू पंचांग, प्रस्तुति - रवींद्र कुमार, प्रसिद्ध वास्तु एवं रत्न विशेषज्ञ ज्योतिषी (राया वाले)

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प्रस्तुति - रवींद्र कुमार 

प्रसिद्ध वास्तु एवं रत्न विशेषज्ञ ज्योतिषी (राया वाले)

~ आज का हिन्दू पंचांग ~ 

दिनांक 27 जनवरी 2021

दिन - बुधवार

विक्रम संवत् - 2077

शक संवत् - 1942

अयन - उत्तरायण

ऋतु - शिशिर

मास - पौष

पक्ष - शुक्ल 

तिथि - चतुर्दशी 28 जनवरी रात्रि 01:17 तक तत्पश्चात् पूर्णिमा

नक्षत्र - पुनर्वसु 28 जनवरी प्रातः 03:49 तक तत्पश्चात् पुष्य

योग - विष्कम्भ रात्रि 08:57 तक तत्पश्चात् प्रीति

राहुकाल - दोपहर 12:52 से दोपहर 02:15 तक

सूर्योदय - 07:18 

सूर्यास्त - 18:24 

दिशाशूल - उत्तर दिशा में

व्रत पर्व विवरण -

विशेष - चतुर्दशी और पूर्णिमा के दिन स्त्री सहवास तथा तिल का तेल खाना और लगाना निषिद्ध है।(ब्रह्मवैवर्त पुराण, ब्रह्म खंडः 27.29-38)

~ हिन्दू पंचांग ~ 

पुष्य नक्षत्र योग 

28 जनवरी 2021 गुरुवार को सूर्योदय से 29 जनवरी प्रातः 03:51 तक गुरुपुष्यामृत योग है ।

१०८ मोती की माला लेकर जो गुरुमंत्र का जप करता है, श्रद्धापूर्वक तो २७ नक्षत्र के देवता उस पर प्रसन्न होते हैं और नक्षत्रों में मुख्य है पुष्य नक्षत्र और पुष्य नक्षत्र के स्वामी हैं देवगुरु बृहस्पति | पुष्य नक्षत्र समृद्धि देने वाला है, सम्पति बढ़ाने वाला है | उस दिन बृहस्पति का पूजन करना चाहिये | बृहस्पति को तो हमने देखा नहीं तो सद्गुरु को ही देखकर उनका पूजन करें और मन ही मन ये मंत्र बोले –

ॐ ऐं क्लीं बृहस्पतये नम : |...... ॐ ऐं क्लीं बृहस्पतये नम : |

 

 ~ हिन्दू पंचांग ~ 

कैसे बदले दुर्भाग्य को सौभाग्य में 

 बरगद के पत्ते पर गुरुपुष्य या रविपुष्य योग में हल्दी से स्वस्तिक बनाकर घर में रखें |

 

~ हिन्दू पंचांग ~ 

गुरुपुष्यामृत योग

‘शिव पुराण’ में पुष्य नक्षत्र को भगवान शिव की विभूति बताया गया है | पुष्य नक्षत्र के प्रभाव से अनिष्ट से अनिष्टकर दोष भी समाप्त और निष्फल से हो जाते हैं, वे हमारे लिए पुष्य नक्षत्र के पूरक बनकर अनुकूल फलदायी हो जाते हैं | ‘सर्वसिद्धिकर: पुष्य: |’ इस शास्त्रवचन के अनुसार पुष्य नक्षत्र सर्वसिद्धिकर है | पुष्य नक्षत्र में किये गए श्राद्ध से पितरों को अक्षय तृप्ति होती है तथा कर्ता को धन, पुत्रादि की प्राप्ति होती है|

इस योग में किया गया जप, ध्यान, दान, पुण्य महाफलदायी होता है परंतु पुष्य में विवाह व उससे संबधित सभी मांगलिक कार्य वर्जित हैं | (शिव पुराण, विद्येश्वर संहिताः अध्याय 10)

 

हिन्दू पंचांग संपादक ~ अंजनि निलेश ठक्कर

हिन्दू पंचांग प्रकाशित स्थल ~ सूरत शहर (गुजरात)

~ हिन्दू पंचांग ~

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