डॉ गौरव ग्रोवर को सीएम योगी आदित्यनाथ क्यों ले गए अपने घर?

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डॉ गौरव ग्रोवर को सीएम योगी आदित्यनाथ क्यों ले गए अपने घर?

योगेश खत्री 

टीटीआई न्यूज़ 

मथुरा 2 जुलाई 2022

मथुरा के स्थानांतरित वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक डॉ गौरव ग्रोवर के बारे में यदि बात की जाए तो क्या कहा जाए? एक लाइन में यदि कुछ कहा जाए तो यही कहा जाएगा कि ऐसे भले और भोले अधिकारी कम ही मिलते हैं। इंसान किसी भी ओहदे पर हो, यदि उसमें इंसानियत नहीं तो कुछ नहीं। वह शायद आप में कूट-कूट कर भरी है।

याद किया जाए उस दिन को जब आप स्थानांतरित होकर यहां आए थे। 23 फरवरी 2020 को बहराइच से स्थानांतरित होकर यहां पर आए थे डॉ गौरव ग्रोवर और जनपदीय पुलिस प्रमुख के रूप में उनकी यह दूसरी पोस्टिंग थी। वेरी इनोसेंट फेस, बॉडी लैंग्वेज वेरी एक्टिव। मुख मुद्रा वेरी अटैंटिव।

डॉ गौरव ग्रोवर के मथुरा आते ही कोरोना आ गया। उस वक्त और हर वक्त एक्टिव और बैलेंसड कप्तान के रूप में आप नजर आए। यदि कमी ढूंढने बैठा जाए तो भगवान में भी निकल आएगी। लेकिन डॉक्टर गौरव ग्रोवर ने वास्तव में यहां रहकर किसी को अपने में कमी निकालने का कोई मौका नहीं दिया। कभी उनके बारे में कुछ गलत सुनाई नहीं दिया। हर वक्त उनका एक्टिव और शालीनता वाला अंदाज सामने आया। विषम से विषम परिस्थिति में उन्होंने पूर्ण धैर्य और संयम का परिचय देते हुए बेहद अच्छे से हर स्थिति को हैंडल किया। वे वर्तमान जिला अधिकारी नवनीत सिंह चहल और पूर्व जिलाधिकारी सर्वज्ञ राम मिश्र के साथ हमेशा कंधे से कंधा मिलाकर खड़े नजर आए।

यह भी नहीं सुना कि उन्होंने कभी किसी अधीनस्थ से ऊंचे स्वर में बात की हो या कि किसी से उन्होंने तल्ख लहजे में बात की हो। 

एक प्रशासनिक अधिकारी के लिए शासन की मंशा का पालन तो आवश्यक होता ही है, उसे विपक्ष को भी कुछ कहने का मौका नहीं देना होता है। कभी उनके बारे में कुछ ऐसा-वैसा सुनने को नहीं मिला। शायद यही वजह रही कि योगी आदित्यनाथ जैसे धर्म परायण मुख्यमंत्री ने उनकी नियुक्ति यहां से अपने क्षेत्र में कराई है। वैसे तो संपूर्ण प्रदेश ही मुख्यमंत्री का है और मथुरा से भी उनका लगाव कोई कम नहीं दिखता है मगर यहां के एसएसपी में उन्हें कुछ ना कुछ तो ऐसा जरूर दिखा होगा, जो वह उन्हें यहां से गोरखपुर ले गए हैं। 

खैर परिवर्तन जीवन का नियम है और स्थानांतरण एक प्रक्रिया है। आए हैं सो जायेंगे राजा रंक फकीर मगर यह भी कहते हैं कि कबीरा जब हम आए, जग हंसे हम रोए ऐसी करनी कर चलो हम हंसे जग रोए। 

आप के कार्यकाल में जनपद में वैसे जवाहर बाग जैसी समस्या तो कभी नहीं आई मगर घटना दुर्घटनाओं के साथ तमाम विषम परिस्थितियां तो सदैव आती ही रहती हैं और फिर इस बार यहां होली जैसे त्यौहार के साथ चुनाव भी आया। ऐसे ही अन्य तमाम मौके आए, जिनमें प्रशासनिक अधिकारियों की कार्य कुशलता की कड़ी परीक्षा होती है और जहां तक हम समझते हैं वे हर परीक्षा में अच्छे अंको से उत्तीर्ण रहे, तभी तो आपको मुख्यमंत्री के क्षेत्र गोरखपुर के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक के रूप में पोस्टिंग मिली है, जहां कि गोरक्षनाथ पीठ भी है, जिसके मुख्यमंत्री स्वयं पीठाधीश्वर महंत हैं। हम उनके उज्जवल भविष्य की कामना करते हैं और यह उम्मीद करते हैं कि वे जहां भी रहेंगे, अपनी खुशबू बिखेरते रहेंगे।

यह भी देखें इस वर्ष गणतंत्र दिवस पर क्या बोले थे मथुरा के एसएसपी डॉ गौरव ग्रोवर

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