लीलाधर की सब लीला, कोई पात्र न समझे खुद को लीला पुरुषोत्तम, क्षण भर में पात्र को कुपात्र बना देता बंसीवारा!
आज का पैरोडी गीत- देश के सच्चे देशभक्त सिपाहियों से जो टकराएगा, ठोकरें खाकर उनकी, मिट्टी में मिल जाएगा!
झूठे बंधन, झूठी माया, वह तेरा, जो हरि गुण गाया, रहेगा न नाम-ओ-निशान रे बंदे, मत कर तू अभिमान, मत कर तू अभिमान!
कोई झुका नहीं सकता जग में, अपने हरि का झंडा, अपने हरि का झंडा, जो इसको छेड़ेगा, उसके सर पे पड़ेगा डंडा!
धर्म की मार सबसे पहले उस पर पड़ती है, जो धर्म परायण होकर भी अधर्म करता/कराता है, अगला नंबर किस का?
अगर श्रद्धालुओं के साथ धक्का मुक्की और लूट मार न हुई होती तो आज असंख्य श्रद्धालु सेवायतों के साथ खड़े होते!
हम अपने ठाकुर जी को लेकर यहां से प्रस्थान कर जाएंगे, जो राज्य देगा हमको जहां स्थान, हम मंदिर वहीं बनाएंगे!
बड़े दु:खी होकर बोले बिहारी जी के सेवायत- सरकार को क्या चाहिए पैसा और संपत्ति, ले ले पैसा और रख ले मंदिर!
आज का भजन- बंदे किस पर करे गुमान, ओ बंदे किस पर करे गुमान, किस पर करे गुमान कि तू है 2 दिन का मेहमान!
कल-कल निनादिनी मां यमुना के तीरे बसी श्री कृष्ण नगरी तीन लोक से न्यारी, जो करते/कराते पाप, उनकी मति गई मारी!
जल से पतला कौन है, कौन अगन से तेज़, कौन भूमि से भारी? जल से पतला ज्ञान है, क्रोध अगन से तेज़, पाप भूमि से भारी!
झूठे अहंकार में नहीं रखा कुछ, अहंकार में दोनों गए, रावण रहा न कंस, दोनों का देखो आज तक उड़ता कैसा विध्वंस?
आज का शेर - बड़े कमज़र्फ हैं ये हवा के गुब्बारे, चंद सांसों में फूल जाते हैं, पाके ज़रा सी बुलंदी, अपनी औकात भूल जाते हैं!
झूठ हवा के गुब्बारे के समान होता है जबकि सत्य ऊंची चट्टान होता है, दोनों की आयु का, खुद लगा अनुमान लें!
सत्य के उजागर होते ही, झूठ खुद-ब-खुद ऐसे मिट जाता है, जैसे सूर्य के निकलते ही वातावरण का अंधेरा मिट जाता है!
आज का बब्बर शेर - सच्चाई छुप नहीं सकती बनावट के उसूलों से, ख़ुशबू आ नहीं सकती कभी कागज़ के फूलों से।
सच की सच्ची कहानी- सच को कोई झूठ नहीं ठहरा सकता, नहीं मिटा सकता, नहीं झुका सकता, नहीं हरा सकता!
ऐसा इसलिए होता है क्योंकि जो सत्य आचरण करते हैं, उनके अंदर संसार के मालिक स्वयं विराजमान रहते हैं!
हे परमेश्वर तुम्हें प्रणाम- ऐसा न हो कभी, ऐसा न कभी कर पाऊं मैं, के ख़ुद को याद रखूं, और तुझको भूल जाऊं मैं!
चुरा के रंग आपके ख़यालों का, जिसने अपने सिक्के चलाए, ऐसा भी हो सकता है, वह ही आकर कभी आपसे टकराए!
इतिहासकारों में यह बात चली, पापियों के नाश को, धर्म के प्रकाश को, एक नई ज्योति जली, टीटीआई न्यूज़ चली!
पैरोडी गीत- कोई पिछले जनम, किए अच्छे करम, जो अखिल ब्रह्मांड नायक योगेश्वर भगवान श्री कृष्ण के घर में वास मिला!
जो परमात्मा को याद करता रहता है, परमात्मा को भी वह याद रहता है, याद के साथ परमात्मा से डरना बेहद जरूरी!
आज का चिंतन बिंदु- देश काल और परिस्थितियां चाहे जैसी हों, समाज को अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदान करते रहें!
रहीम का दोहा- रहिमन पानी रखिए, बिन पानी सब सून। पानी गए न ऊबरे, मोती मानुष चून!
रहीम कहते हैं कि पानी को बचाकर रखना चाहिए क्योंकि यह जीवन के लिए आवश्यक है!
बिन पानी सब सून- पानी के बगैर सब कुछ व्यर्थ और बेकार हो जाता है!
पानी गए न ऊबरे- पानी के बगैर मोती, मनुष्य और चूना बचे नहीं रह सकते!
मोती मानुष चून- मोती अपनी चमक खो देते हैं, मनुष्य अपना सम्मान खो देते हैं, चूना अपना उपयोग खो देता है!
हापुड़ में सूटकेस में मिला महिला का शव, उधार की रकम मांगने पर किसी और से संबंध रखने के शक में प्रेमी ने की हत्या
गुनगुनाता गीत- पानी रे पानी, तेरा रंग कैसा? जिसमें मिला दो, लगे उस जैसा, भूखे की भूख और प्यासे की प्यास जैसा
घड़ा पाप का हो या कि पुण्यों का धीरे-धीरे ही भरता है और जल ही अग्नि को बुझाता है, अग्नि कभी जल को नहीं जला पाती!
देश-दुनिया के धर्म परायण लोग बांके बिहारी कॉरिडोर के पक्ष में, सोशल मीडिया पर आ रहे लोगों के खुले विचार
श्री कृष्ण नगरी के दबंग ऐसे, पहले तो एक जुट हो धोखे से दिखा जाते दबंगई, जब पलटवार होता, पैर पकड़ने लगते!
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