बंसीवारे देखने में भले गुस्से वाले लगें, अंदर से होते भावुक, चाहता तो छोटे-बड़े सब साइबर अपराधी जेल चले जाते!
बंसी वारे पर चाहे जितनी नज़र रखो, बंसी वारे का जीवन खुली किताब, कुछ शब्द कड़े हो सकते हैं मगर झूठे नहीं!
शिक्षा- सिढ़ी बनो और सिढ़ी बनकर भले हलवा खाओ मगर इतने सिढ़ी मत बनो कि कोई तुम्हें हलुआ बनाकर खा जाए
मिनी सेकंड भी नहीं लेते झपकी, सोशल मीडिया पर चिपके ऐसे लपके, कभी भी हो सकते कैच आउट, बंसीवारे के हाथ
मथुरा मेमोयर- बंसी वारे की रिपोर्ट्स पर सीओ तक गए जेल, देखें गोविंद नगर का डॉ. माहेश्वरी अपहरण कांड
सबसे बड़ा खुलासा- मोटे-मोटे मगरमच्छ, छोटी-छोटी मछलियों को अपने जाल में फंसाकर कराते गंभीर अपराध
सोशल मीडिया पर चल रहा वायरल खेल, घर-घर ऐसे कर्मी, जिनसे करवाए जा रहे बड़े खेल, जेल भिजवाने वाले खेल
सोशल मीडिया कर्मी झूठ को सच बताकर कुछ भी कर देते वायरल, गंभीर अपराध की श्रेणी में आते उनके कुकृत्य
नेता नगरी से हितबद्ध अपराधी सोशल मीडिया पर बनकर आते जागरूक, संरक्षकों के इशारे पर करते साइबर अपराध
हैकिंग/ग़लत तथ्यों और साक्ष्यों को तोड़-मरोड़कर पेश कर कुछ भी वायरल कराना सफ़ेदपोश लुटेरों का पुराना पेशा
मथुरा के लुटेरों की करतूतें किसी से छुपी नहीं, बच्चे तक सब जानते, नासमझ कच्चे लोभ में कर रहे गंभीर अपराध
सारे अपराधी एक ही झटके में जेल चले जाएंगे, संरक्षक भी लपेटे में आएंगे, न सोचें- अपराध करेंगे, अदाकार कहलाएंगे
"कहीं से आए, कैसा आए मगर पैसा आए" प्रवृत्ति वाले लोग बने हुए आपराधिक नेताओं की कठपुतली, कर रहे नंग नाच
कोई यह न सोचे- उसके विरुद्ध कार्रवाई नहीं हो सकती, जब उनके संरक्षक खुद पार्टी बनकर कटघरे में खड़े होंगे
जब वह अपने आप को नहीं बचा पाएंगे तो जिनसे उन्होंने अपराध कराए, उन्हें वह क्या बचा पाएंगे? झेल नहीं पाएंगे!
धर्म/समाज के ग्रुप्स में बीएलओ आदि से हासिल नंबर जोड़कर झूठ हो चाहे जितना वायरल, कभी सत्य नहीं हो सकता
सत्य, सत्य होता है, झूठ की राम नाम सत्य कर देता है, एक सत्य सौ झूठों पर भारी होता है क्योंकि सत्य ईश्वर होता है
लुटेरे देश नहीं, भले दुनिया लूट लें मगर ईश्वर से नहीं जीत सकते हैं, चाहें तो सद्कर्मों से ईश्वर को भले जीत सकते हैं
अपराध करने/कराने वालों और भंडाफोड़ करने वालों में बड़ा अंतर होता है, उनकी मंशा उनके कृत्य स्पष्ट कर देते हैं
जिन लुटेरों की खुद की लंका लगी पड़ी है, वे उनको क्या, खुद को भी नहीं बचा पाएंगे, बंसीवारा बांस कर देता है!
क़ानूनी पचड़ों और संरक्षण के चलते लोग रिपोर्ट न कराएं तो स्वत: संज्ञान लेकर कार्यवाही करना राज्य की जिम्मेदारी
भारत में हैकिंग दंडनीय साइबर अपराध, सूचना प्रौद्योगिकी (IT) अधिनियम, 2000 की धारा 66 के तहत परिभाषित-
कंप्यूटर, सिस्टम, नेटवर्क तक अनधिकृत पहुंच, जानकारी चुराना, बदलना, मिटाना या नुकसान पहुंचाना हैकिंग क्राइम
IT Act की धारा 66, धारा 43, भारतीय दंड संहिता (IPC) की धारा 420 (धोखाधड़ी), 379 (चोरी) लागू होती हैं
सजा (Punishment): IT Act 66 के तहत: 3 साल तक की कैद, ₹5 लाख तक का जुर्माना, या दोनों हो सकती हैं
पहचान की चोरी (धारा 66C) या धोखाधड़ी (धारा 66D) होने पर अन्य धाराएँ और IPC के तहत अतिरिक्त सजा
दोहरा अपराध: दोबारा अपराध करने पर 10 साल तक की कैद हो सकती है, जुर्माने के साथ (जुर्माना₹10 लाख तक)
संबंधित अपराध: डेटा चोरी/नुकसान: कंप्यूटर कोड छिपाना, नष्ट करना, बदलना (3 साल कैद/₹2 लाख जुर्माना)
निजता का उल्लंघन: भारतीय संविधान के अनुच्छेद 21 (निजता का अधिकार) का उल्लंघन भी माना जाता है
श्री कृष्ण नगरी मथुरा में अवांछनीय गतिविधियां जारी, पुलिस-प्रशासन की सख्ती के बावजूद हैकर्स सक्रिय
चेन और चैनल तोड़ने का सिर्फ और सिर्फ एक मक़सद कि किसी भी तरह से ठेके चलें और उनका नवीकरण हो जाए
बंसी वारे ने कब रोके थे ठेके या उनका नवीनीकरण? लुटेरे खुद ही खा रहे खौफ, जिसको करना हो, शौक से करे पाप!
आज का शेर- अमीरी की तो ऐसी की कि अपना सब कुछ लुटा बैठे, फ़क़ीरी की तो ऐसी की कि दर पे पर तेरे आ बैठे!
हेमा मालिनी की फिल्म का गीत- बाग़ों के हर फूल को अपना समझे बागवां, पत्ती-पत्ती, डाली-डाली सींचे बागवां!
चमन को सींचने में पत्तियां कुछ खुद झड़ जाएं तो माली का दोष, कलियों को नोंच डाला जिन्होंने, मानते खुद को निर्दोष
श्री कृष्ण नगरी मथुरा के साधारण नागरिक सीधे-साधे और भोले-भाले मगर परम् ज्ञानी, श्वेत और श्याम का भेद जानते
मथुरा के माफिया गिरोह द्वारा जिनका किया जा रहा था इस्तेमाल, सब जान गए, 1-2 रह गए हैं, वे भी जान जाएंगे
जिस किसी ने ली बंसी वारे की ठेकेदारी, अपना सब कुछ लुटवाने के सिवा कुछ नहीं मिला, न कुछ मिलेगा -बंसीवारा
मथुरा के लुटेरों ने लूट के साथ कराई सीनाजोरी और, दोनों में से एक करते तो चलते रहते लूट के ठेके, थोड़े दिन और
आज का बेहद प्रासंगिक शेर सुना रहा बंसीवारा- "दारा रहा न सिकंदर, ज़मीन-ए-हिंद पर कितने आए, चले गए!
आज का विचार- जिसमें आग होती है, वही धुंआ देता है, बंसीवारा आग नहीं, ज्वालामुखी, धुंआ-धुंआ कर देता है!
चोरी-छिनरई, लूट-पाट, डकैती-बलात्कार कराकर अर्जित की संपत्ति, उसके दम पर समझ रहे लुटेरे खुद को बादशाह
मुझको देखोगे जहां तक, मुझको पाओगे वहां तक, रास्तों से कारवां तक, इस ज़मीं से आस्मां तक, मैं ही मैं हूं! -बंसीवारा
मथुरा के कंस जैसा नहीं हुआ कोई और क्रूर, बहन-बहनोई को कारागार में डलवा डाला, उसकी भी क्रूरता धरी रह गई
बंसी वारे से बोला बंसीवारा- कोई अपने आप को बादशाह न समझे, दुनिया की सराय में सबका ठेका चार दिन का है
पैदल-घोड़ों-वज़ीरों को भले नज़र-अंदाज कर दे, जो समझते खुद को बादशाह, उनकी बादशाहत नहीं रहने देता बंसीवारा
सत्य- बादशाहों की बादशाहत सारी धरी रह जाती है, जब अपनी पर आता बंसीवारा, टांग पर टांग रखकर चीर देता है
अभी मान नहीं रहे लुटेरों के मास्टर, प्रोफ़ेसर और प्रिंसिपल, पैदल/घोड़े और वज़ीर चलाकर समझ रहे खुद को बादशाह
बंसीवारा सुना रहा प्रासंगिक गीत- क़ातिल मेरी नज़रों से बच के कहां जाएंगे? अपने ही जाल में शिकारी फंस जायेंगे
बंसी वारा लगाए बैठा बंसी वारे के इर्द-गिर्द अपने असंख्य हिडन कैमरे, रात में आने-जाने वालों/वालियों पर भी नज़र
हैकर्स समझ रहे खुद को चतुर, रिपोर्ट होते ही सारे मोबाइल नंबर/आईपी एड्रेसेज समेत आ जाएंगे सभी के चेहरे सामने
मथुरा के माफिया ठेकेदारों पर शासन-प्रशासन की अब पैनी नज़र, योगी शासन का श्री कृष्ण नगरी में दिखने लगा असर
राजीव कृष्ण के उत्तर प्रदेश पुलिस महानिदेशक बनने के बाद से मथुरा में लुटेरों पर कसा जा रहा शिकंजा, बेचैन
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