Breaking News जुए में पत्नी को हार गया पति, दोस्त के साथ जाने के लिए लगा कहने मगर पीड़िता पहुंच गई थाने, फिर क्या हुआ?

Subscribe






Share




  • Crime

Breaking News जुए में पत्नी को हार गया पति, दोस्त के साथ जाने के लिए लगा कहने मगर पीड़िता पहुंच गई थाने, फिर क्या हुआ?

योगेश खत्री टीटीआई न्यूज़

मेरठ उत्तर प्रदेश 21 मई 2023

उत्तर प्रदेश के मेरठ से एक सनसनीखेज खबर सामने आई है, जिसमें एक शख्स जुए में अपनी पत्नी को हार गया। इसके बाद उसने अपनी पत्नी से अपने दोस्त के साथ जाने के लिए कहा मगर उसकी पत्नी उसके साथ जाने की बजाए थाने पहुंच गई। यह है ना बिल्कुल द्वापर युग की महाभारत जैसी कहानी, जो कलयुग के 5228वें वर्ष में सामने आई है। द्वापर में तो योगेश्वर भगवान श्री कृष्ण ने द्रौपदी का चीर हरण रोक लिया था। लेकिन कलयुग में रक्षक के रूप में मानी जाने वाली पुलिस ने इस मामले में अभी तक अभियोग तक दर्ज नहीं किया है। वह मामले की जांच कर रही है। पहले तू यह देखने के लिए कि पुलिस रिपोर्ट दर्ज करती है या कि नहीं उच्च अधिकारी रूप बदलकर टेस्ट एफआईआर दर्ज कराने के लिए थानों पर भी पहुंचते थे। लेकिन अब ऐसा कुछ नहीं हो रहा है और ऐसा लग रहा है, जैसे मेरे देश के साथ मेरा प्रदेश और शहर भी बदल रहा है। बदल रहा है या कि बदल गया है, यह कहा जाए तो ज्यादा अच्छा रहेगा।

मेरठ के लिसाड़ी गेट थाना क्षेत्र के पूर्वा अहमदनगर की यह घटना बताई गई है, जिस के संबंध में जुए में हार गई पत्नी ने पुलिस में शिकायत की है कि उसका पति उसे अपने दोस्त के के साथ भेजना चाहता है। लेकिन पुलिस में इस मामले में अभी तक क्या किया है, यह गौरतलब है।

जैसा कि इस वक्त उत्तर प्रदेश में देखने को मिल रहा है कि पुलिस संगीन से संगीन मामले को रफा-दफा करने पर आमादा दिखाई दे रही है, उसी तर्ज पर इतने संगीन मामले की रिपोर्ट भी दर्ज नहीं की गई है और अभी तक सिर्फ जांच किए जाने की ही बात चल रही है। लगता है जैसे उत्तर प्रदेश पुलिस को सरकार से यह निर्देश मिले हुए हैं कि वह अपराधों को जीरो करे। लेकिन प्रदेश में कोई रामराज तो है नहीं, जो अपराध निल हो जाएं। अपराध लगातार हो रहे हैं और बड़े से बड़े हो रहे हैं मगर उन की लीपापोती हो रही स्पष्ट प्रतीत होती है। परिणामत: पुलिस बेहद गंभीर और चर्चित मामलों को भी दर्ज करने में कोई दिलचस्पी नहीं दिखा रही है और जांच का बहाना लगाकर उन्हें टहला रही है क्योंकि रिपोर्ट दर्ज न करने के तमाम फायदे भी हैं। लेकिन वह भूल रही है कि इस देश के कुछ कानून-कायदे भी हैं। अफसोस की बात है कि उनका पालन नहीं हो नहीं रहा है, जिसके परिणाम स्वरूप पीड़ित परेशान हो रहे हैं और उन्हें न्याय नहीं मिल पा रहा है। यह मामला इतना गंभीर है कि कायदे से पीड़िता की रिपोर्ट तत्काल दर्ज की जानी चाहिए थी और उसमें उपयुक्त धाराओं में अभियोग दर्ज कर पति की गिरफ्तारी भी शीघ्र होनी चाहिए थी। लेकिन जब केंद्रीय गृह मंत्रालय द्वारा संचालित राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली की पुलिस ही अभियोगों दर्ज होने के 4 हफ्ते बाद भी आरोपी को गिरफ्तार नहीं कर रही है तो फिर भला उसी पार्टी के शासन वाले उत्तर प्रदेश की पुलिस ऐसा क्यों करें? आखिरकार राज्य को केन्द्र के पद चिन्हों पर ही तो चलना है। इसलिए मेरठ पुलिस भी अभी सिर्फ जांच ही कर रही है। कहो तो एक-दो दिन बाद वह यही कहने लग जाए कि कौन सा मामला, कैसा मामला? अभी हम बाहर हैं, कोर्ट में हैं, जानकारी करके बताएंगे। फिर कौन पूछता है, कौन बताता है? यही सब आजकल उत्तर प्रदेश में चल रहा है।

ऐसा ही एक और मामला श्री कृष्ण नगरी मथुरा के थाना गोविन्द नगर क्षेत्र का है, श्री कृष्ण जन्मस्थान से थोड़ी दूरी का यह मामला शहर में चर्चा का विषय बना हुआ है, जिसमें कि कल भूतेश्वर वाले पुल के नीचे वाले नाले में एक शख्स की लाश मिली थी, जिस की शिनाख्त होने की जानकारी पुलिस की ओर से अभी तक नहीं आ पाई है जबकि उस लाश को लेकर शहर में तरह-तरह चर्चाओं का बाजार गर्म है और हर कोई सच्चाई जानने को उत्सुक है। लेकिन पुलिस है कि अभी तक यही कह रही है कि लाश सड़ी-गली थी। चार-पांच दिन पुरानी थी। मृतक की उम्र करीब 45 वर्ष थी। उसका कद 5 फुट 3 इंच था।

अरे भाई लाश सड़ी थी या गली थी। उसकी उम्र कितनी थी, कब कितना था? सवाल यह नहीं हैं। प्रश्न यह है कि वह लाश किसकी थी और उसके साथ क्या हुआ था? 24 घंटे चलने वाले सीसीटीवी कैमरों से युक्त इस मार्ग वाले नाले में यह लाश कैसे आ गई, इसका खुलासा कौन करेगा? जाहिर सी बात है कि यह कार्य किसका है, उस पुलिस को ही करना चाहिए। लेकिन क्या उसने अभी तक आसपास के सीसीटीवी कैमरों को भी खंगाला है? या कि उसे सब कुछ पता है और उसने खुद ही जानबूझकर अथवा किसी दबाव या प्रभाव में इसे ठंडे बस्ते में डाला है?

यह मथुरा शहर पुलिस की सच्ची कहानी है। ऐसा नहीं है कि पुलिस को चर्चाओं की जानकारी भी ना हो वरना वह उनकी जानकारी करने की बात ना कहती। लेकिन शायद पुलिस को अभी तक या तो जानकारी हो नहीं पाई है या फिर वह जानकारी होने के बावजूद उसे जानना या बताना नहीं चाहती है। इस सबसे अलग शहर की जनता उस लाश की सच्चाई जानने को बेहद उत्सुक है और वह मीडिया से लगातार पूछ रही है कि उस लाश का क्या हुआ? शहर के तमाम धनी मानी और गणमान्य लोगों की इस मामले पर नजर है कि लाश की पुलिस कब तक शिनाख्त करती है यकीन नहीं करती है? 

देखने वाली बात यह है कि लाश की शिनाख्त होती भी है या कि नहीं? क्योंकि शिनाख्त होने के बाद अपराध निल नहीं रहेगा और  पुलिस पर मामले के खुलासे का दबाव और बढ़ जाएगा कि यह महज दुर्घटना थी, खुदकुशी थी या हत्या? इस पचड़े में पड़कर पुलिस को क्या मिलना है जबकि ना पड़ने के ढेर सारे फायदे हैं।

TTI News

Your Own Network

CONTACT : +91 9412277500


अब ख़बरें पाएं
व्हाट्सएप पर

ऐप के लिए
क्लिक करें

ख़बरें पाएं
यूट्यूब पर