उत्तर प्रदेश, मथुरा : प्रबंधक संघ की विद्यालय खोलने और प्राइवेट शिक्षकों को आर्थिक मदद देने की मांग

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मथुरा 29 सितंबर 2020

विद्यालय प्रबंधक संघ द्वारा 6 सूत्रीय मांग पत्र मुख्यमंत्री के नाम दिया गया है, जिसके जरिए यह निवेदन किया गया है कि देश में कोविड-19 के चलते गत मार्च माह से प्राइवेट स्कूल बंद चले आ रहे हैं, जिसमें प्राइवेट विद्यालयों को ही नहीं बल्कि हमें पढ़ाने वाले अध्यापक कर्मचारी ड्राइवर अन्य कर्मचारी पूर्णरूपेण बेरोजगार हो गए हैं।

इनके अलावा विद्यालयों में खड़े वाहन इमारत जर्जर हो चली है जबकि टीचर का वेतन वाहनों के बीमा वाहनों की किस्त स्कूल के विद्युत बिल स्कूलों का किराया स्कूलों का गृहकर जलकर जैसे अन्य समस्त खर्चे प्रतिमाह लंबित होते जा रहे हैं। ऐसी स्थिति में अभिभावकों के द्वारा विद्यालय प्रबंधन को कोई शिक्षण शुल्क नहीं दिया जा रहा है। उपरोक्त स्थिति को देखते हुए विद्यालय प्रबंधक संघ द्वारा सरकार से निम्नलिखित मांग की जाती हैं . . .

1- अभिभावकों द्वारा विद्यालयों को सरकार द्वारा दिए गए निर्देश के अनुसार मासिक शुल्क के बावजूद अब तक नए सत्र 2020-21 शिक्षण शुल्क नहीं दिया गया है और कुछ अभिभावकों द्वारा तो पिछले सत्र 2019-20 का भी शिक्षण शुल्क बकाया जमा नहीं कराया गया है। ऐसी स्थिति में प्राइवेट स्कूल उपरोक्त सारे खर्च कहां से करें?

2- सरकार के निर्देश के अनुसार नियमित ऑनलाइन शिक्षण का कार्य विद्यालय द्वारा नियमित कराया जा रहा है, फिर भी अभिभावक सरकार द्वारा दिए गए निर्देश के अनुसार हर महीने फीस जमा नहीं कर रहे हैं।

3- विद्यालयों को 7 माह से शिक्षण शुल्क ना मिलने के कारण उनके विद्यालयों में कार्यरत टीचर पर कर्मचारी भुखमरी के कगार पर हैं ऐसी स्थिति में रोजाना स्कूल प्रबंधन व स्कूल में कार्यरत कर्मचारी और टीचर्स के मध्य तीखी नोकझोंक होने की खबर आती रहती हैं जिससे कोई हादसा होने का अंदेशा बना रहता है

4- विद्यालयों को आर्थिक संकट से उबारने के लिए विद्युत बिल माफ करना मानता प्राप्त शिक्षकों कर्मचारियों को आर्थिक सहायता मानदेय उपलब्ध कराना है।

5- सरकार द्वारा अभिभावकों को सख्त निर्देश दिए जाएं कि हर महीने आप विद्यालय में शिक्षण शुल्क जरूर जमा करें अगर किसी अभिभावक की स्थिति शिक्षण शुल्क देने की ना हो या किसी प्रकार की बाधा हो तो वे लिखित रूप से विद्यालय प्रबंधन को बताएं जिसमें प्रबंधन आर्थिक सहायता व छूट प्रदान कर सके तथा सक्षम अभिभावक व सरकारी कर्मचारियों को अनिवार्य रूप से निर्देश दिए जाएं कि अगर वे अपने बच्चों को प्राइवेट स्कूलों में पढ़ा रहे हैं तो आवश्यक रूप से शुल्क जमा कराएं।

6- विद्यालयों को शीघ्र अति शीघ्र खोलने के निर्देश देने की कृपा करें।

उपरोक्त सभी समस्याओं का समाधान व विद्यालय प्रबंधक संघ द्वारा की गई मांगों पर गंभीरता से अति शीघ्र निर्णय लेने का कष्ट करें जिसमें प्रदेश के प्राइवेट शिक्षकों संचालकों व छात्र-छात्राओं व शिक्षा के मंदिरों को बचाया जा सके।  

विद्यालय प्रबंधक संघ के सभी पदाधिकारियों ने सोशल डिस्टेंसिंग और फेस कवर मास्क का प्रयोग करते हुए 2 गज की दूरी का पालन करते हुए एक प्रेस वार्ता भी की, जिसमें प्रमुख रूप से विद्यालय प्रबंधक संघ के अध्यक्ष अजय अग्रवाल, संयोजक चौधरी पूरन सिंह एडवोकेट, संयोजक प्रसून जैन, उपाध्यक्ष शेर पाल सिंह, कोषाध्यक्ष नितिन गोयल एडवोकेट, महामंत्री चौधरी कल्लू सिंह एडवोकेट, मंत्री चौधरी तेजवीर सिंह, पंडित चेतराम, मनीष अग्रवाल, चेतन शर्मा, जय प्रकाश चौधरी, लोकेंद्र पाराशर, विनोद अग्रवाल, विष्णु सिंगल बंसीधर अग्रवाल, तेजवीर सिंह रावत, अमर सिंह, राज चौधरी, रामबाबू शर्मा कल्याण सिंह, हरिओम शर्मा, जगदीश अग्रवाल, राजीव दीक्षित, डॉ. महेंद्र सिंह सांगवान, नथमल अग्रवाल, सहदेव सिंह और मांगेराम पटेल आदि विद्यालय प्रबंधक संचालक प्रमुख रूप से उपस्थित थे।

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