तीन लोक से न्यारी मथुरा नगरी के लुटेरों के लंबे हाथ, देश-दुनिया के लुटेरों से संबंध, सरकार के साथ लूट का अनुबंध
सवाल- मथुरा के फरह की घटना में लुटेरे ठेकेदारों का तो हाथ तो नहीं, जवाब- माल बरामद न हो तो यही समझना!
जब मैंने कंस को नहीं बख़्शा तो तुम किस खेत की मूली हो, तुम भले अपने आप को, लाख सूरमा भोपाली समझते रहो!
मेरी नगरी में लूट का कोहराम मचाने वालों, तुम्हारा वह हश्र होगा, जो तुमने सपने में भी नहीं सोचा होगा- बंसीवारा!
श्री कृष्ण नगरी की सच्ची कहानी- ठेकेदार का मंदिरों की लूट से जब नहीं भरता पेट, लुटेरे सड़क पर देता उतार?
श्वेत वस्त्रों से शोभित सभागार में काग ही काग निकलें तो मैं क्या करूं, समझे थे साहूकार, चोर निकले तो मैं क्या करूं?
लुटेरों का एक साथी बोला- लूट कब नहीं रही बताओ? अरे जब लूट थी, तभी तो तुम्हें साहूकार समझ कर बैठाया था!
श्री कृष्ण की नगरी में परिंदे भी नहीं मार सकते पर, कंसज लुटवाते अखिल ब्रह्मांड नायक योगेश्वर भगवान का घर!
बंसी वारे की सच्ची कहानी, बंसी वारे की सच्ची बात, जो करता बंसी वारे से घात, मारता बंसीवारा, उसे दिन रात!
रात चिंता में गुजरवाने के बाद, सुबह उठते ही मारता लात, चल उठ ठेका नहीं चलाना, श्रद्धा के साथ कौन करेगा घात?
गुनगुनाता गीत- सात सुरों का यह संगम, जीवन गीतों की माला, हम अपने भगवान को भी कहते हैं बांसुरी वाला!
भिच्ची में लेकर किच्ची ठुकवाने वालों, एक्सपायरी डेट के बाद चलेगा पता, कैसी किच्ची ठुकवाता बंसीवारा?
सरकार की श्रद्धा अगाध, कर लो, करवा लो अपराध, ढूंढ़ लाओ लूट का कोई धंधा, जेल नहीं जाएगा तुम्हारा बंदा!
अपनी डफली-अपना राग, लुटेरों की महफिल के प्रभारी- "बनिया और नींबू तब रस देय, जब भिच्ची में लेय!"
लूट रहे कबाड़ा, सोने की कौन सी लूट? राम नाम की लूट- लूट सके तो लूट, अंतकाल पछताएगा, जब प्राण जाएंगे छूट
सत्य- झुकना कई प्रकार का होता है, झुकने-झुकने में अंतर होता है, चीता, चोर और कमान ज़्यादा ही झुकते हैं!
लुटेरे चलाते तीर, बंसीवारा बीच में ही उठाकर बंसी वारे के तरकश में धर देता, कहता- चला, ये अपने ही तीर से मरेंगे!
कितना प्यार से समझा रहे हैं? उतना समझा रहे हैं, जितना रामवृक्ष को समझाया था, लुटेरे न समझें तो उनका नसीब!
आगरा-दिल्ली हाईवे पर लूट की घटना को दिलाकर अंजाम, लुटेरे गा रहे गाना- "हम लूटने आए हैं, हम लूट के जाएंगे!"
लूटने/लुटवाने वालों, जितना चाहो, लुटवा लो, जब पूछे बंसीवारा क्या लाए हो? मत कहना- लूट की छूट नहीं मिली!
मथुरा के फरह क्षेत्र में आगरा-मथुरा के मध्य आगरा-दिल्ली राष्ट्रीय राजमार्ग पर किसने कराई दुस्साहसिक घटना?
हिंदुस्तान कॉलेज के समीप रात 8 बजे घटना, क्या कर रही थी पुलिस, हाथ मल रही थी या साथ चल रही थी?
कौंधता सवाल- यह घटना भी किसी ठेके का हिस्सा तो नहीं? वरना कौन कर सकता इतनी बड़ी हिमाकत?
चांदी व्यवसायी/उसके पुत्रों की गाड़ी रुकवाई, रूरल एरिया में ले जाकर दिया लूट की घटना को अंजाम?
70 किलो चांदी लुटी, अनुमानित क़ीमत 90 लाख, 10 किमी दूर ले गए या 20 किमी, ले तो हाईवे से ही गए न?
हाईवे पर पुलिस सिर्फ वसूली के लिए ही रहती है, घटना का खुलासा हो जाने पर भी पीड़ित पक्ष को मिलता क्या?
मथुरा में हुई थी 1 करोड़ की चोरी, पीड़ित को मिला क्या? सीधे रस्ते की यह टेढ़ी चाल है, गोलमाल, सब गोलमाल है!
इतनी शक्ति हमें देना दाता, मन का विश्वास कमजोर हो ना, हम चलें नेक रस्ते पे, हमसे, भूल कर भी कोई भूल हो ना!
ईश्वर - बृजभाषा में "ई" को "यह" और "श्वर" को "स्वर" बोला जाता है अर्थात् यह जो "स्वर" है, वही "ईश्वर" है
जड़ और चेतन सब में स्वर होता है, पंछी, नदियां और पवन, सब की आवाज़ होती है यानि सब में ईश्वर है
अब आपके स्वर में कितनी शुद्धता है? समझ लो, जितनी शुद्धता है, उतनी ईश्वर की आपसे निकटता है
इसीलिए एक सच्चा इंसान सौ झूठों पर भारी होता है क्योंकि वह ईश्वर की साक्षात् सवारी होता है
ऑडियंस पोल में अधिकांश लोग ग़लत को सही बताएं, तब भी वह ग़लत ही रहता है, सही नहीं हो जाता है
ऐसे ही यदि कोई कृत्य राष्ट्रद्रोह की श्रेणी का हो, कोई उसे धर्म बताने की कुचेष्टा करे तो राष्ट्र धर्म नहीं हो जाता है
सत्य है कि झूठ कभी सत्य का सामना नहीं कर पाता है, सत्य जब सामने आता है, झूठ का सर झुक जाता है
यदि आप भी ईश्वर को अपने अधिक से अधिक निकट पाना चाहते हैं तो अपने अंदर सत्यता और शुद्धता लाइए
आज का विचार - सत्य के आगे आज नहीं तो कल सबको झुकना ही पड़ता है क्योंकि सत्य ही शिव है, शिव ही सुंदर हैं
चातुर्मास में सर्व देवी-देवता कर रहे बृज वास, शनि चल रहे वक्री चाल, 6 माह में कुकर्मियों की उधेड़ कर रख देंगे खाल
बंसी वारे ने खूब कुरेद कर देख लिया, बंसीवारा नहीं पड़ा बिल्कुल नरम, प्यारों को लूटने/लुटवाने वालों की नहीं खैर
भारत में बाल विवाह और सती प्रथा आदि जैसी कुरीतियां भले खत्म हो गई हों, मंदिरों में लूट के ठेके आज भी जारी हैं
आज का बेहद प्रासंगिक फिल्मी गीत- आपका तो लगता है बस यही सपना, राम-राम जपना, पराया माल अपना!
वतन का खाया नमक तो नमक हलाल बनो, फ़र्ज़-ईमान की ज़िंदा यहां मिसाल बनो! (अमिताभ बच्चन, नमक हलाल)
लुटेरे ठेकेदारों की लगती तमन्ना यही, जन्म-जन्मांतर तक चले लूट का ठेका, अगली बार फिर से मिले ठेके में जन्म
लूट का ठेका दशकों नहीं, शतकों पुराना क्यों न हो मगर यह चलेगा कब तक, हर/हरि/जन जानना चाहते हैं?
लूट का यह ठेका मोदी-योगी राज़ की शान में कितनी बड़ी गुस्ताख़ी, कितना बड़ा धब्बा, वे आज तक जान नहीं पाए?
ठेकेदार- तोड़, जितनी तोड़ सकता है तोड़, ठेका है, आईजी/डीआईजी किसी को मत कुछ समझ, न छोड़, बस तू तोड़!
ठेकेदारों के पास लूट का ठेका, बंसीवारे का कोई ठेका नहीं, बंसीवारा ठेकेदार, तोड़ने/तुड़वाने वालों को वही रहा तोड़!
टीटीआई न्यूज़ यूट्यूब चैनल पर देखें मंदिर का दृश्य, एक ने दूसरे से पूछा- तोड़ी कि नांय, जवाब- तोड़वे ही जाय रह्यो हूं
तीसरे ने कहा- अनिल भैया तुम उल्टे है जइंयो नैक, तोड़, तोड़ दै, कोई उल्टा, कोई सीधा हुआ, धड़ल्ले से टूटी चेन!
मगर बंसीवारा कैसी लीला रचाता है? देखो तो ज़रा, पूरा गिरोह बंसी वारे के कैमरे में कैद कराकर रख देता है
ताकि सनद रहे और वक्त जरूरत काम आवे, बंसीवारा पूछेगा- "तोड़" देखी या नहीं देखी, देखी तो क्या किया?
जलाओ मेरी मथुरा की ऊंचाइयों पर ज्ञान और भक्ति के इतने दीपक कि अंधेरा कहीं धरा पर रह न जाए- बंसीवारा
बंसीवारे को बंसीवारा लिखा रहा आदेश- "मथुरा से लूट के ठेकों को बंद कराना है, लुटेरों को दूर भगाना है- बंसीवारा!"
धीरे-धीरे जन जागरूकता को बढ़ाना है, फिर हद से गुज़र जाना है, राम और गाम के आगे भला किसकी चली है?
आम जनता को यह समझाना है, श्रद्धालुओं को लूटते चंद लुटेरे, लुटवाते सफ़ेदपोश, बदनाम होते सारे बृजवासी!
बृजवासियों का ही नहीं, पूरे बृज का नाम होता बदनाम, धर्म की आड़ में अधर्म के अड्डे मैं चलने नहीं दूंगा- बंसीवारा
यह खेल किसी क़ीमत पर खेलने नहीं दूंगा, बंद कराकर ही दम लूंगा, यह रोग पुराना है, ज़रा देर लगेगी- बंसीवारा
एक बंसी वारे से काम नहीं चला तो हज़ार बंसी वारे लगा दूंगा, लुटेरों की नाक में नकेल डालकर ही रहूंगा- बंसीवारा
"राम नाम सत्य है, हरि का नाम सत्य है, सत्य बोलो गत्य है" यही जीवन का सत्य है- "सत्य आचरण के बगैर गति नहीं!"
मथुरा के लुटेरे माफिया गिरोह का होगा माहेश्वरी अपहरण कांड में हुए ब्लैकमेलिंग के प्रयास से भी बहुत बड़ा खुलासा
श्री कृष्ण नगरी मथुरा के माफिया राज़ का जिस दिन होगा खुलासा, उस दिन सामने आएगी होश उड़ाने वाली सच्चाई
भजन- मत होना मन बावरे उदास, सांवरा जरूर आएगा, ओहोओ, मन में रखना विश्वास, ये सांवरा जरूर आएगा!
तेरी लाज नहीं जाने देगा, इतना तू जानना, कसौटी पे डटे रहना, हार नहीं मानना, सच्चे प्रेमी नहीं होते हैं निराश
सांवरा जरूर आएगा, मीरा पी गई थी विष प्याला, इसी विश्वास पे, दर पे सुदामा आया, बस इसी आस पे!
है रजनी को, है रजनी को भी एहसास, ये सांवरा जरूर आएगा, मत होना मन बावरे उदास, ये सांवरा जरूर आएगा
आज का पैरोडी गीत- कोई महिला कदम पहले बढ़ाती नहीं, लुटेरा गिरोह जब तक उसके पीछे न हो, वो पास आती नहीं
बंसीवारा, "बंसी और बांस" दोनों रखता है, बंसी बांस से ही बनती है, चाहो तो मधुर धुन सुन लो, चाहो तो बांस करा लो
अब भी नहीं होगा तो कब चूर होगा कंसों का घमंड? गोरक्ष पीठाधीश्वर को करानी ही पड़ेगी "गोपाल भूमि" की रक्षा!
राजीव कृष्ण को श्री कृष्ण जन्मभूमि पर दशकों से काबिज़ कुकर्मियों का कब्ज़ा हटवाना ही होगा, श्री कृष्ण आदेश!
भक्तों की सेवा को सच्चे बृजवासी रहते सदैव तत्पर, लगाते प्याऊ और भंडारे, लुटेरे सब मिलकर चलवाते लूट के ठेके
भगवान के घर आने वाले तर जाते हैं मगर लुटेरों को बंसीवारे से बांस के अलावा कुछ और नहीं मिलता है
जहां श्रद्धालुओं से लूट मार के ठेके उठते हों, पुलिस वाले लुटेरों की सुरक्षा में रहते हों, गोदी मीडिया सहभागी हो,
उस देश/प्रदेश का बंसीवारे के सिवाय और कौन रखवाला?
गीत- तुझ बिन मोहन कोई नहीं है मेरे भारत का रखवाला रे
श्री कृष्ण नगरी मथुरा रही डीजीपी राजीव कृष्ण को पुकार, मुक्तिदाता की भूमि को माफिया राज़ से मुक्ति की दरकार!
जिनके नाम के ही आगे लगा कृष्ण, वह डीजीपी मथुरा के कंसों से भली-भांति वाकिफ, कराएं सफ़ाया- बंसीवारा!
आजकल न्याय के देवता शनि देव की चल रही अंतरराष्ट्रीय अदालत, अच्छे को तिगुना अच्छा, बुरे को तिगुना बुरा फल!
किसी मंदिर में अगर कोई महिला दे बैड टच, छाती से मारे टक्कर, बचाना चेन-कुंडल, पर्स-मोबाइल, स्नैचर्स होंगे घेरे!
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