उत्तर प्रदेश, मैनपुरी : सपा का गढ़ होने का दंश झेल रहा मैनपुरी, विद्युत कटौती से चारों तरफ हाहाकर

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जितेंद्र सिंह (जीतू पत्रकार) 

मैनपुरी 21 सितम्बर 2020

एक तरफ जिले के लोग उमस भरी गर्मी से बेचैन हैं और इस गर्मी के चलते लोग पहले से ही बामारियों की चपेट में है, ऐसा शायद ही कोई घर होगा जिस घर एक न एक बीमार व्यक्ति न मिले, वहीं दूसरी ओर ऐसे में जिला मैनपुरी में ढंग से विद्युत कटौती हो रही है।

सूबे में भाजपा सरकार की सरकार में जिला मैनपुरी बिजली के मामले में सपा का गढ़ होने का दंश झेल रहा है। जिले में ढंग से बिजली कटौती हो रही है। जिले के सभी कस्बों में बिजली कटौती का नियम चल रहा है। जिले में दिन में तो बिजली मिलना बिल्कुल मुश्किल हो गया है। दिन के उजाले में लगभग सभी कस्बों में चार से पांच घंटे बिजली मिल पा रही है।

बिजली कटौती से जिले के अंदर हाहाकर मचा हुआ है। जिले में सबसे ज्यादा कटौती सपा के असली गढ़ करहल क्षेत्र में हो रही है। करहल के लोग बताते हैं कि बिजली दिन में दो घंटे मिल जाए या फिर तीन घंटे मिल जाएं। इससे ज्यादा बिजली नहीं मिल रही है। 

सितंवर माह में उमस वाली गर्मी लोगो को बेहाल कर रही है। लोग डाक्टरों के चक्कर लगाते-लगाते परेशान हैं। जिले के लगभग सभी घरों में एक न एक बीमार व्यक्ति मिल जाएगा। इस उमस वाली गर्मी में जिला के लोगों को ढंग से की जा रही बिजली कटौती से जूझना पड़ रहा है।

बिजली कटौती की बात करें तो जिले के कस्बा कुरावली, भोगांव, कुसमरा, किशनी, बेवर, औंछा, घिरोर, कोसमा, करहल आदि में ढंग से बिजली कटौती की जा रही है। जिला के लोग वताते है कि मैनपुरी को सपा का गढ़ कहा जाता है।

शायद इसीलिए मैनपुरी की जनता को बिजली के संकट वाले दौर से गुजरना पड़ रहा है। लगभग सभी कस्बों में रोस्टर के अनुसार बिजली मिल रही है। रोस्टर के अलावा भी विद्युत विभाग द्वारा तार टूटने और फाल्ट होने के नाम पर कटौती की जा रही है।

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