स्वयं को भगवान बनाने की बजाय प्रभु का दास बनने का प्रयास करेंगे, तभी शांति मिलेगी और कल्याण होगा

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आगरा 7 जुलाई 2021।

ग्वालियर रोड केदारनाथ इंटर कॉलेज कबूलपुर में चल रही श्रीमद्भागवत कथा के सातवें दिन पूज्य संत स्वामी राम प्रपन्नाचार्य जी महाराज ने शुकदेव पूजन, शिशुपाल वध कथा, कुब्जा उद्धार,सुदामा चरित्र आदि कथाओं का भावपूर्ण प्रसंगों से वर्णन किया तो श्रोतागण भक्ति के सागर में डूब गए.

पूज्य संत रामप्रपन्नाचार्य जी ने कहा  श्रीमद् भागवत कथा सुनने का लाभ तभी मिलता है, जब हम सुनकर के उसे जीवन में उतारें और उसी के अनुरूप आचरण करें, न कि पंडाल से बाहर जाते ही भूल जाएं.

आज लोग हर समय तनाव में रहते है, तनाव छोड़ सन्तोषी बनो, संतोषी बनकर ही सद भाव में जी सकते हैं. तनाव ही बीमारियों की जड़ है. तनाव से बचना है तो सद चिंतन करो,अपने मन को बश में कर के प्रभु के चरणों में लगाएं क्योंकि जो काम प्रेम से संभव है, वह हिंसा से नहीं. गोपियों की नि:स्वार्थ भक्ति  के कारण श्री कृष्ण ने गोपियों के मन को अपना मन बना लिया था.

पूज्य संत स्वामी रामप्रपन्नाचार्य जी ने कहा कुछ लोग अपनी तुलना भगवान से करते हैं, वे अपने आप को भगवान बनाने में लगे हैं. स्वयं को भगवान बनाने की बजाय प्रभु का दास बनने का प्रयास करेंगे, तभी शांति मिलेगी और कल्याण होगा क्योंकि भक्ति भाव देख कर जब प्रभु में वात्सल्य जागता है तो वे सब कुछ छोड कर अपने भक्तरूपी संतान के पास दौड़े चले आते हैं.

मुख्य यजमान श्रीमती शीला देवी व प्रेमचंद शर्मा ने पूजन कर अतिथियों का सम्मान किया.

कथा में भानुदेवाचार्य, शिवशंकर शर्मा, सौरभ शर्मा, डॉ रवि कटारा, राम अवतार शर्मा, संदीप धाकरे, रविकांत शर्मा, जितेंद्र महाराज, श्रीमती मधु शर्मा, खेमचंद्र यदुवंशी, कुलदीप शर्मा, सन्तोष शर्मा, गौरव शर्मा, अर्जुन दास भक्तमाली आदि प्रमुख रूप से मौजूद रहे।

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