कोरोनाकाल में भी आगरा रेलखंड ने स्थापित किए कीर्तिमान, मथुरा में मालगाड़ी के डिब्बे पटरी से उतरने की दुर्घटना थी बहुत बड़ी : डीआरएम

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एसके श्रीवास्तव पी आर ओ डी आर एम

टीटीआई न्यूज़

आगरा 2 सितंबर 2020

डीआरएम सुशील कुमार श्रीवास्तव के अनुसार विगत दिनों मथुरा के वृंदावन क्षेत्र में मालगाड़ी के 4 डिब्बे पटरी से उतरने की दुर्घटना काफी बड़ी थी, जिसमें तीनों रेल लाइनें क्षतिग्रस्त हो गई थींं। इस वजह से आगरा-दिल्ली रेलमार्ग का यातायात को सुचारू होने में समय लगा।

उत्तर मध्य रेलवे के आगरा मंडल में आज मंडल रेल प्रबंधक सुशील कुमार श्रीवास्तव द्वारा वेबिनार (ऑनलाइन) के माध्यम से प्रेसवार्ता का आयोजन किया गया। इस दौरान पावर पॉइंट प्रेजेन्टेशन के माध्यम से कोरोना संकट के समय मंडल द्वारा किये गये कार्यों और उपलबियों के बारे में विस्तृत जानकारी दी गई, जिसके अंंतर्गत आगरा मंडल ने गाड़ियों में संतुलित और समय दृष्टिकोण के फलस्वरूप ही वर्तमान वित्तीय वर्ष 2020-2021 के अप्रैल से अगस्त तक गाड़ियों की समयापालनता 97.33 प्रतिशत रिकार्ड का आकड़ा प्राप्त किया है। कोविड -19 महामारी के कठिन समय में भी आगरा मंडल ने गतिशीलता की पहचान को बनाए रखा है। इस दौरान आगरा मंडल की देखरेख में 657 श्रमिक स्पेशल चलाई गयींं, तथा आगरा मंडल से 25231 श्रमिक यात्रियों को सुरक्षित गंतव्य स्टेशन तक पहुंचाया गया। आगरा मंडल में 21055 यात्रियों को जि - बोडिंग किया गया तथा 122 श्रमिक स्पेशल गाड़ियों में 1.75 लाख प्रवासी मजदूर / श्रमिकों को भोजन व पानी की बोतल उपलब्ध करायी गयी। इसके साथ ही यात्रा के दौरान 4 महिला कर्मियों को प्रसव पीड़ा होने पर रेलवे की मेडिकल टीम ने सुरक्षित प्रसव कराया गया। साथ ही उनके लिये दवाईयों एवं खानपान सामग्री की भी व्यवस्था की गयी। आगरा मंडल ने माल लदान में 290.33 सबसे अधिक वैगन जून 2020 में लोड किये, जो कि आगरा मंडल ने कीर्तिमान स्थापित किया। इसके साथ मथुरा -बाद रिफायनरी ने जून माह में 156 रेको की लोडिंग की, जो कि पिछले वर्ष की तुलना में रैकों की व भाड़े से अधिक आय कर पिछला रिकार्ड तोड़कर कीर्तिमान हासिल किया । उत्तर मध्य रेलवे के आगरा मंडल बिजनेस डेवलपमेंट यूनिट का गठन किया, जिससे माल लोडिंग बढ़ाने और गैर थोक वस्तुओं के क्षेत्र में अपने हिस्से को बढ़ाने के लिए कई पहल की है तथा मंडल के सभी गुड्स शेड में व्यापारियों को सभी आवश्यक सुविधाएं भी उपलब्ध करायी गयींं। यात्रियों को माल भेजने हेतु 04 जोड़ी स्पेशल पार्सल गाड़ियां - आगरा छावनी , आगरा किला एवं मथुरा जं से चलाई गयी । आगरा में कोविड -19 महामारी के दौरान आगरा किला, मधुरा 50, धौलपुर एवं ईदगाह में 315 क्वारटाईन 135 बेड के वार्ड की व्यवस्था की गयी। इसके साथ ही आगरा छावनी तथा मथुरा जं . स्टेशन पर सेनेटाईजिंग / रैपिंग मशीन लगायी गयींं, जिससे यात्री अपना लगेज सैनेटाईज्ड व रैप करवा सकते हैंं। यात्रियों की सुरक्षा हेतु आगरा किला, राजा की मंडी स्टेशन पर सीसीटीवी कैमरों की व्यवस्था भी करायी गयी।

इस दौरान मीडिया द्वारा पूछे गये सभी प्रश्नों का उत्तर मंडल रेल प्रबंधक द्वारा देकर संतुष्ट किया गया। हाल ही में मथुरा में छटीकरा के समीप मालगाड़ी के डिब्बे पटरी से उतरने के बाद रेलमार्ग को सुचारू होने में हुए विलंब के संबंध में पूछे गए सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि यह दुर्घटना बहुत बड़ी थी, जिसमें तीनों रेल लाइनें क्षतिग्रस्त हो गई थींं और 600 कार्मिक रेल मार्ग को बहाल करने में लगे थे। इसके अलावा जहां कार्य चल रहा था, वहां के लोगों की सुरक्षा का ध्यान रखना भी बहुत जरूरी था। सौर ऊर्जा को लेकर पूछे गए सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि उसके संबंध में रेलवे में कार्य चल रहा है। इस अवसर पर मंडल के प्रमुख शाखा अधिकारीगण भी ऑन लाइन जुड़े रहे।

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