किसानों पर लाठीचार्ज, आंसू गैस के गोले, वाटर कैनन का इस्तेमाल

Subscribe






Share




  • National News

योगेश खत्री 

टीटीआई न्यूज़ 

दिल्ली 27 नवंबर 2020

देश की राजधानी दिल्ली और अन्य जगहों पर आज जो कुछ देखने को मिला है, वह सचमुच रोंगटे खड़े करने  वाला है, दिल दहलाने वाला है।

नए बनाए गए तीन कृषि कानूनों को वापस लिए जाने की मांग को लेकर दिल्ली में 26 और 27 नवंबर को आयोजित दो दिवसीय आंदोलन में सम्मिलित होने के लिए निकले किसानों को दिल्ली के अलावा उत्तर प्रदेश, हरियाणा और राजस्थान के विभिन्न जिलों में रोका गया।

दिल्ली के सिंधु बॉर्डर पर भी किसानों को रोका गया था, जहां बैरिकेडिंग के रूप में सीमेंट के बड़े-बड़े भाटों को भी सड़क पर डाला गया था। सैकड़ों ट्रक मिट्टी को भी डाला गया था। लोहे के स्टॉपर लगाए गए थे.. और पूछिए क्या-क्या नहीं किया गया था...?

किसानों को रोकने के बेहिसाब इंतजाम किए गए थे। किसान दिल्ली के सिंधु बॉर्डर पहुंचे। पुलिस ने रोका कहा आप दिल्ली नहीं जा सकते। किसान दिल्ली में प्रवेश करने पर अड़े। 

पुलिस-प्रशासन ने वार्ता के लिए किसानों के नेताओं से आने को कहा मगर किसानों ने वार्ता नहीं की और वे दिल्ली में प्रवेश पर अड़े रहे। इस पर उन्हें तितर-बितर करने के लिए आंसू गैस के गोले छोड़े गए। पुलिस कार्यवाही से घबराए बगैर किसान थोड़ी दूर जाकर सड़क पर बैठ गए।

उन्होंने बैरिकेडिंग तोड़ने के लिए ट्रैक्टर तक दौड़ाए। इसके बाद आंसू गैस के गोले छोड़े गए, वाटर कैनन का इस्तेमाल किया गया किसानों द्वारा भी पथराव किया गया, बैरिकेडिंग हटाने के लिए ट्रैक्टर दौड़ाए गए। उन पर लाठीचार्ज भी किया गया

दिल्ली के अलावा हरियाणा के अंबाला आदि में भी आज आंसू गैस के गोले छोड़े गए, वाटर कैनन का इस्तेमाल किया गया, पथराव और लाठीचार्ज भी हुआ।

आखिरकार दिल्ली एडमिनिस्ट्रेशन ने प्रदर्शनकारियों को दिल्ली में प्रवेश की अनुमति दी और कहा कि वे निरंकारी मैदान में अपना आंदोलन कर सकते हैं। लेकिन प्रदर्शनकारी नहीं माने। उन्होंने निरंकारी मैदान में आंदोलन करने से इंकार कर दिया और सिंधु बॉर्डर पर ही जमे रहे।

TTI News

Your Own Network

CONTACT : +91 9412277500


अब ख़बरें पाएं
व्हाट्सएप पर

ऐप के लिए
क्लिक करें

ख़बरें पाएं
यूट्यूब पर