वृंदावन कुंभ आयोजन को विधिवत घोषित कर मान्यता दे सरकार- राजेंद्र दास

Subscribe






Share




  • States News

विकास अग्रवाल

टीटीआई न्यूज़

वृन्दावन (25-01-2021)

 

वृंदावन में लगने वाला कुंभ किसी राजनीतिक दल द्वारा की गई परिकल्पना नहीं, अपितु विगत 250 वर्षों से भी अधिक समय अर्थात औरंगजेब के समय काल से भी पूर्व से किए जाने वाला आयोजन है। इसलिए इसकी मान्यता पर संदेह नहीं किया जा सकता। सरकार को चाहिए कि विधिवत घोषणा कर इस आयोजन को कुंभ की मान्यता प्रदान करे। 

उक्त विचार स्थानीय वंशीवट स्थित मलूक पीठ में पत्रकारों से वार्ता करते हुए मलूक पीठाधीश्वर महंत एवं भागवत कथा प्रवक्ता राजेंद्र दास महाराज ने व्यक्त किए। उन्होंने वृंदावन में लगने वाले कुंभ को संत समागम बताने वाले सरकारी बयान पर पूछे गए सवाल पर उन्होंने कहा कि वास्तव में कुंभ आयोजन का वास्तविक अर्थ संत समागम ही होता है। इसलिए कुंभ के स्थान पर संत समागम के नाम से इस आयोजन का नया नामकरण नहीं होना चाहिए। उन्होंने कहा कि जहां भी कुंभ कलश से अमृत की बूंदें गिरी थीं, वहां सभी जगह कुंभ का आयोजन होता है। इसी क्रम में पुराणों में यह वर्णित है कि गरुण भगवान ने कुंभ कलश के साथ यमुना किनारे पर कदंब वृक्ष पर विश्राम किया था। उस दौरान अमृत की कुछ बूंदें यहां भी छलकी थी। इसी मान्यता को धारण कर वैष्णव, रसिक संत एवं हरिभक्त सदा सर्वदा से कुंभ का आयोजन करते आ रहे हैं। उन्होंने दोहराया कि आज प्रदेश में एक संत की ही सरकार है, लिहाजा उनको इस कुंभ को विधिवत कुंभ के रूप में ही घोषित कर देना चाहिए। उन्होंने 50 एकड़ भूमि को कुंभ के लिए सुरक्षित एवं संरक्षित करने की मांग को संशोधित कर भविष्य का ध्यान रखते हुए कम से कम 100 एकड़ भूमि को कुंभ हेतु संरक्षित किए जाने की मांग की है। सन्यासी अखाड़ों द्वारा इस बार से वृंदावन में भी कुंभ में अपनी सहभागिता किए जाने की घोषणा पर उन्होंने कहा कि नई परम्परा प्रारंभ किए जाने की कोई वजह जान नहीं पड़ती। वैसे तो सभी आएं, दर्शन करें, स्नान करें, लेकिन नई परम्परा के तहत यदि वृंदावन में सन्यासी अखाड़े अपने कैम्प लगाते है, तो उतना स्थान भी वृंदावन में नहीं है। कुंभ के दौरान मलूक पीठ द्वारा किए जाने वाले आयोजनों के विषय में जानकारी देते हुए उन्होंने बताया कि समस्त कुंभ काल में हरि कथा, सत्संग, रासलीला आदि जैसे पवित्र कार्यों के साथ साथ समस्त आगंतुक वैष्णव, संत, ब्रजवासी सहित सभी मानव मात्र के लिए भोजन प्रसाद आदि का अनवरत वितरण भी किया जाएगा।

इस अवसर पर उनके साथ महंत राधा माधव दास महाराज, संत गोपेश कृष्ण दास महाराज एवं गंगा दास उपस्थित रहे।

TTI News

Your Own Network

CONTACT : +91 9412277500


अब ख़बरें पाएं
व्हाट्सएप पर

ऐप के लिए
क्लिक करें

ख़बरें पाएं
यूट्यूब पर