श्री कृष्ण नगरी के सफ़ेदपोश लुटेरे समझते खुद को समाजसेवी, नहीं जानते जान-जान सबको पहचानता
उत्तर प्रदेश पुलिस का लंगड़ा अभियान बंसी वारे का कॉपी पेस्ट, अपने प्यारों के लिए बंसीवारा लाया यह अभियान!
किसी ने यूं ही नहीं कहा, सत्य- जाको राखे साइयां, मार सकै ना कोय, बाल न बांका कर सकै, जो जग बैरी होय!
अर्थात् जिन्हें भगवान खुद रखाते हैं, उन्हें कोई मार नहीं सकता है, बाल बांका नहीं हो सकता, चाहे जग बैरी हो!
नारायण की महिमा नहीं हो सकती बयान, अलग-अलग पहर-घड़ी में, अलग-अलग रूपों में रखते भक्तों का ध्यान!
आज का विचार- अगर कोई आपका बुरा करे तो आप उसका बुरा मत करना, देर-सवेर परिणाम देख लेना!
प्रारब्ध सबको भोगना पड़ता, प्यारों की प्यारा बस इतनी हेल्प कर देता है, भाले की चोट सुई से निकाल देता है!
ऐसा बंसीवारा- जिन्हें रखाता, उनके हर मिनी सेकंड का ठेका लेता, जो जीते अपने ढंग से ज़िंदगी, सुध नहीं लेता!
अपने प्यारों से टकराने वालों की टांगें तोड़ देता है बंसीवारा, कभी पैरों पर खड़ा नहीं होने देता है, टकराने वालों से पूछो!
यमुना यम टारत है, भव टारत है श्री राधा रानी, है यह अनुभव की गई सच्ची कहानी, बात सच्ची है, खोटी नहीं!
मगर कोई यह ना समझे, यमुना मैया केवल यम टारत है, अपने जल से धोकर संवारती यही, डुबोकर मारती भी यही!
यह समझाने की जरूरत नहीं कि किसका यम टारतीं और किसे मारतीं मैया? सबके सब काम, नहीं करतीं मैया!
जिन्हें भगवान रखाते हैं, यमराज भी उनसे भय खाते हैं, दूसरी श्री यमुना जी परम् कृपाल, जिनते डरपत है काल!
ठाकुर हमरी यमुना मैया, हम हैं यमुना मैया के, साधु सेवा धरम हमारा, काम न दुनियादारी से - श्री शरणानंद महाराज
किसी के लेने/देने से कुछ नहीं होता है, एक बंसीवारा ही है जो छप्पर फाड़ कर देता है, लेता है तो चमड़ी उतार लेता है
आज का विचार- अगर लुटेरों से आपको कुछ मिलता है तो वह पाप ही होगा, जन्म-जन्मांतर बिगाड़ कर रख देता है!
कभी-कभी पाप की कमाई का एक पैसा होता ऐसा है, जिसके गृह प्रवेश करते ही सर्वनाश प्रारंभ हो जाता है!
सत्य- "हरि भक्तन के बैरी, बिन मारे मर जाएं!" यही दिखता, किसी को नहीं दिखा होगा तो दिख जाएगा, सार यही!
इसलिए बंसी वारे का फिर सजेशन, कोई मत उठाओ किसी भी साधु-संत/धर्म प्रचारक पर ग़लत ऑब्जेक्शन
अगर कुछ बुरा लगे तो विनम्र विनती कर दो, यह क्या, चाहे जिसका विरोध करने लगे, किसी संत का विरोध न करें!
देखा नहीं था, एनआरआई कॉलोनी वालों का परिणाम, सचिव को जाकर मांगनी पड़ी थी माफ़ी, बुलाया था क्या?
किसी सोच, किसी प्रभाव/दबाव में आकर किसी संत का विरोध मत करो, बात अच्छी न लगे तो कान में रुई ठूंस लो
अगर विरोध ही करना है तो लुटेरों का करो, लूटने/लुटवाने वालों का करो, उनकी पहचान करो और कराओ!
बताओ- किसी को किसी की मेहनत की कमाई लूटने का अधिकार नहीं, अगर है तो संविधान खोल कर दिखाओ!
बाबा की दोनों किडनी खराब, कितने दिन के मेहमान? आत्मा से कुछ निकल गया, परमात्मा तुरंत बुला लेगा!
बंसी वारे की किसी को डराने की नहीं फितरत, बंसीवारा करता सिर्फ सच्चाई बयान, मानो न मानो, कहता हक़ीक़त
जो बंसी वारे से टकराएगा, बंसी वारे का कुछ नहीं बिगाड़ पाएगा, उस का दिन प्रतिदिन बिगड़ता पाएगा- बंसीवारा
लूट के बदले शूट, देख रहा बंसीवारा, क्या देख रहा? समझ रहा जग सारा, समझाने वाला बंसी वारा, जय श्री कृष्ण!
आज की प्रासंगिक पैरोडी पंक्तियां- लाख लूट ले प्राणी, चाहे तू सोना-चांदी, मत भूल कफ़न में जेब नहीं होती!
मथुरा में आगरा-दिल्ली राष्ट्रीय राजमार्ग पर हुई चांदी लूट का खुलासा, मुठभेड़ में गिरफ्तार 2 लुटेरों में से एक ढेर
मथुरा पुलिस का हैरत अंगेज गुड वर्क, 3 साल में 1 चेन नहीं बरामद कर सकी, 1 करोड़ की चांदी बरामद कर दिखाई
भजन- ऐसी लागी लगन, मीरा हो गई मगन, वो तो गली-गली हरि गुन गाने लगी, बैठी संतों के संग, रंगी मोहन के रंग
बंसीवारे के लिए क्या-क्या करता बंसीवारा, भुक्त भोगियों से पूछो- "लूटने/लुटवाने वालों पर बिजली बन गिरता है?"
जिन अफ़सरों के कुशासन में लुटा, उनकी गत देख लेना, आज नहीं तो कल देख लेना, मिट्टी में मिले नज़र आएंगे!
बंसीवारे से खुलवा रहा, लुटेरों की परत दर परत बंसीवारा, बंसीवारे के बस में नहीं कुछ, सब करता/कराता बंसीवारा!
ऐसा मेरा बंसीवारा- अंदाज़-ए-बयां उसका, क्या फूल बरसते हैं? दिखने में तो तितली है, छूते हैं तो बिजली है! (शेर)
आज का शेर- आंधियों तुमने दरख्तों को गिराया होगा, मैं फूल से लिपटी हुई तितली हूं! (बंसीवारे का फूल बंसीवारा)
बंसी वारे से कह रहा बंसीवारा- क्या यार, गज़ब काल चल रहा है? "धर्म परायण सरकार के राज़ में मंदिरों में लूट!"
लीलाधर अपनी लीला खुद कर रहे बयान, मैं तो यह देख रहा हूं, जिसे रक्षा की ज़िम्मेदारी दी, वह भक्षक बन गया!
मंदिरों में भिजवाते लुटेरों के गिरोह, गुरुद्वारों, गिरिजाघरों, मस्जिदों में नहीं भिजवाए, डर होगा लौटकर न आए तो?
लेकिन चिंता मत करो, वह दिन दूर नहीं, जब मंदिर आने वाले श्रद्धालु भी, लुटेरों को लौट कर नहीं जाने देंगे!
राम और गाम के आगे भला किसकी चली है, पर्दा हट चुका है, पर्दाफाश हो चुका है- "सफ़ेदपोश चलवाते लूट के ठेके!"
कोई न समझे, किसी को कुछ ख़बर नहीं, सब जानते हैं, कोई बेख़बर नहीं, ऑटो वाले भी जानते, किसके ठेके?
साइबर एक्सपर्ट्स ने कुछ हुनर क्या सीख लिए, लुटेरों ने सब नौकरी पर रख लिए, कर रहे उलट बांसिया, भुगतेंगे!
सभी लुटेरों से- बुरा करने आए हो, बुरा ही करोगे तो बहुत बुरा होगा, बंसीवारा भी तुम्हारा अच्छा नहीं कर सकता है
प्रारब्ध ने बुरा करवाना लिखा, तब भी खुद पर नियंत्रण कर अच्छे का प्रयास करने का नाम ही जीवन है, यही सत्य है
हरि नाम सत्य है, राम नाम सत्य है, सत्य बोलो गत्य है, हरि का नाम संग है, प्रभु का नाम संग है, तभी जीती जंग है!
लुटेरे गा रहे ग़ज़ल- सब कुछ हमें ख़बर है, नसीहत न दीजिए, क्या होंगे हम खराब? ज़माना खराब है! (कलियुग)
लो साहब, लुटेरों की नज़र में ज़माना ही खराब, किसी ने सही कहा है- सावन के अंधे को, हरा ही हरा नज़र आता है
बंसीवारा सावन में लुटा इसलिए लुटेरे ही लुटेरे नज़र आते हैं, कोई खुद को छुपा न समझे, सारे लुटेरे नज़र में हैं!
अच्छी शिक्षा से खिसियाते ठेकेदार और ठेका उठाने वाले- जायै अच्छौ करनौ होय, करै, हम तौ बुरौ करवे आए हैं!
फिर वही संदेश- कर भला, होगा भला, करेगा बुरा, होगा बुरा, जो बोएगा, काटेगा, गेहूं बोएगा, चावल नहीं उगेंगे
पितामह भीष्म जब बाणों की शर शैय्या पर पड़े थे, उनके समक्ष प्रकट हुआ बंसीवारा, पितामह ने किया प्रणाम
बोले- भगवन् मुझे अपने पिछले सौ जन्म याद हैं, मैंने ऐसा कोई कर्म नहीं किया, जिसके ऐवज में मुझे ऐसा फल मिले!
भगवन् बोले- पितामह भीष्म आप महान हैं, तभी आपको अपने 100 जन्म ध्यान हैं, किसी को एक भी नहीं होता
लेकिन आपको अपना पिछला 101वां जन्म याद नहीं है, उसी जन्म के एक कर्म के ऐवज में आपको यह फल मिला
क्या था वह जन्म, क्या था वह कर्म? आप थे एक देश के राजा, जा रहे थे शिकार पर, रास्ते में एक घायल सर्प दिखा
आपके मन में दया का भाव आया, आपने तीर से उसे उठाया, यह सोचकर किनारे फेंक दिया कि कुचल जाएगा
आपने अपना कर्म तो अच्छा किया मगर पीछे मुड़कर नहीं देखा, जहां आपने सर्प को फेंका, वहां कंटीली झाड़ियां थीं
सर्प कंटीली झाड़ियों पर जा गिरा, उसकी स्थिति और बुरी हो गई, जिसके परिणाम स्वरूप आपको यह फल मिला है
अर्थात् अपना भला और अच्छा कर्म भी पूरी लगन, मेहनत, ईमानदारी और ध्यान से करो, जिससे किसी का बुरा न हो!
कभी यह मत सोचना कि, बंसी वारे की हम पर नज़र नहीं, अखिल ब्रह्मांड में कुछ नहीं, उसकी जिस पर नज़र नहीं
आज का पैरोडी गीत- बंसी वारे का जवाब नहीं, कब दे, क्या दे, हिसाब नहीं, यह एक हाथ से लेता है, सौ हाथों से देता है!
बृज दर्शनार्थ आने वाले देश-दुनिया के श्रद्धालुओं से अपील- अपने कीमती सामान का ख्याल रखें, भीड़ में घुसने से बचें
तीन लोक से न्यारी मथुरा की सच्ची कहानी- "भगवान के समक्ष लूटने/लुटवाने वाले समझते खुद को सरकार!"
तीन लोक से न्यारी मथुरा नगरी के लुटेरों के लंबे हाथ, देश-दुनिया के लुटेरों से संबंध, सरकार के साथ लूट का अनुबंध
श्री कृष्ण की नगरी में परिंदे भी नहीं मार सकते पर, कंसज लुटवाते अखिल ब्रह्मांड नायक योगेश्वर भगवान का घर!
लूट रहे कबाड़ा, सोने की कौन सी लूट? "राम" नाम की, लूट सके तो लूट, अंतकाल पछताएगा, जब प्राण जाएंगे छूट!
चातुर्मास में सर्व देवी-देवता कर रहे बृज वास, शनि चल रहे वक्री चाल, 6 माह में कुकर्मियों की उधेड़ कर रख देंगे खाल
भारत में बाल विवाह और सती प्रथा आदि जैसी कुरीतियां भले खत्म हो गई हों, मंदिरों में लूट के ठेके आज भी जारी हैं
लूट का ठेका दशकों नहीं, शतकों पुराना क्यों न हो मगर यह चलेगा कब तक, हर/हरि/जन जानना चाहते हैं?
ठेकेदार- तोड़, जितनी तोड़ सकता है तोड़, ठेका है, आईजी/डीआईजी किसी को मत छोड़, किसी को मत समझ, तोड़!
टीटीआई न्यूज़ यूट्यूब चैनल पर देखें मंदिर का दृश्य, एक ने दूसरे से पूछा- तोड़ी कि नांय, जवाब- तोड़वे ही जाय रह्यो हूं
तीसरे ने कहा- "अनिल भैया" तुम उल्टे है जइंयो नैक, तोड़, तोड़ दै, कोई उल्टा, कोई सीधा हुआ, धड़ल्ले से टूटी चेन!
आम जनता को यह समझाना है, श्रद्धालुओं को लूटते चंद लुटेरे, लुटवाते सफ़ेदपोश, बदनाम होते सारे बृजवासी!
आज का पैरोडी गीत- कोई महिला कदम पहले बढ़ाती नहीं, लुटेरा गिरोह जब तक उसके पीछे न हो, वो पास आती नहीं
भगवान के घर आने वाले तर जाते हैं मगर लुटेरों को बंसीवारे से बांस के अलावा कुछ और नहीं मिलता है
जहां श्रद्धालुओं से लूट मार के ठेके उठते हों, पुलिस वाले लुटेरों की सुरक्षा में रहते हों, गोदी मीडिया सहभागी हो,
उस देश/प्रदेश का बंसीवारे के सिवाय और कौन रखवाला?
गीत- तुझ बिन मोहन कोई नहीं है मेरे भारत का रखवाला रे
आजकल न्याय के देवता शनि देव की चल रही अंतरराष्ट्रीय अदालत, अच्छे को तिगुना अच्छा, बुरे को तिगुना बुरा फल!
किसी मंदिर में अगर कोई महिला दे बैड टच, छाती से मारे टक्कर, बचाना चेन-कुंडल, पर्स-मोबाइल, स्नैचर्स होंगे घेरे!
You Are Watching An Exclusive, Informative, Devotional & Entertainment Network TTI News Your Own Network